भारत में कोर्ट मैरिज के लिए आवश्यक दस्तावेज राज्य और पार्टियों पर लागू व्यक्तिगत कानूनों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। हालाँकि, कुछ सामान्य दस्तावेज़ जो आमतौर पर कोर्ट मैरिज के लिए आवश्यक होते हैं, वे इस प्रकार हैं: आयु प्रमाण: दोनों पक्षों को एक वैध आयु प्रमाण दस्तावेज देना होगा, जैसे जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस। एड्रेस प्रूफ: दोनों पक्षों को एक वैध एड्रेस प्रूफ डॉक्यूमेंट देना होगा, जैसे वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या यूटिलिटी बिल। फोटोग्राफ: दोनों पक्षों को पासपोर्ट आकार के फोटोग्राफ देने होंगे। वैवाहिक स्थिति का हलफनामा: दोनों पक्षों को वैवाहिक स्थिति का हलफनामा देना होगा, यह घोषणा करते हुए कि वे अविवाहित, तलाकशुदा या विधवा हैं। तलाक की डिक्री या मृत्यु प्रमाण पत्र: यदि कोई भी पक्ष तलाकशुदा या विधवा है, तो उन्हें तलाक की डिक्री या पूर्व पति का मृत्यु प्रमाण पत्र प्रदान करना होगा। पासपोर्ट: यदि कोई भी पक्ष विदेशी नागरिक है, तो उन्हें वैध वीजा के साथ वैध पासपोर्ट प्रदान करना होगा। गवाह: कोर्ट मैरिज के समय दो गवाहों का उपस्थित होना आवश्यक है, जिन्हें अपनी पहचान और पते के प्रमाण के दस्तावेज देने होंगे। किसी विशेष राज्य में कोर्ट मैरिज के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सटीक सूची की पुष्टि करने के लिए स्थानीय विवाह रजिस्ट्रार या वकील से जांच करने की सलाह दी जाती है। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों को अतिरिक्त दस्तावेजों या प्रक्रियाओं की भी आवश्यकता हो सकती है, जैसे चिकित्सा प्रमाणपत्र या पुलिस सत्यापन।
Discover clear and detailed answers to common questions about कोर्ट मैरिज. Learn about procedures and more in straightforward language.